लेखक पराग डिमरी को पुस्तक कोटद्वार के लिये बहुत बहुत बधाई ओर शुभ कामनाएं, पराग बचपन से ही हाजिर जवाबी में माहिर था । पुस्तक पढने के बाद कुछ समय ऐसा लगा कि मैं 30 साल पीछे चला गया। पुस्तक में संगृहीत बिंदुओं इनटर नैशनल बराती,,, खटमल की चाट,,, तोता राम की चाट,,,, शोभा के पिता जी की चाट, कोटद्वार की पहेली मधुशाला,, ओर अपने कालेज के प्रिय अघ्यापक के उप नाम जैसे भालू भाई,,, अग्रवाल मोटा आदि,, पढ कर पुरानी यादों में चले गए,, पराग डिमरी को एक बार फिर दिल से बहुत बहुत बधाई
Rated 5 out of 5
Neeraj Singh (verified owner)–
baut hi achi kitab likhi hai parag dimri ji n sach m kotdwar m dil dikhta hai thanks to parag ji for writing this wonderful story..
Rated 5 out of 5
Archana Kala (verified owner)–
समय पर डिलिवरी, और अच्छी पैकेजिंग के साथ पुस्तक प्राप्त हुई
Rated 5 out of 5
Atul Sharma (verified owner)–
Good book
Rated 5 out of 5
Durgesh Bansal (verified owner)–
कोटद्वार के बारे में शानदार लिखा है पढ़कर ऐसा लगता है कि आप भी लेखक कि साथ कोटद्वार यात्रा पर है । बधाई पराग जी इतनी शानदार किताब लिखने के लिये।इसको पढ़कर ऐसा लगा कि हम भी कहीं न कहीं इससे जुड़े हुए हैं
Rated 5 out of 5
Amit Singh (verified owner)–
कोटद्वार वर्तमान में उत्तराखंड राज्य के पौड़ी गढ़वाल जनपद का मैदानी क्षेत्र का एकमात्र व जनपद का सबसे बड़ा नगर है। कोटद्वार एक प्रमुख औद्योगिक व व्यवसायिक नगर होने के साथ गढ़देश (गढ़वाल) का बिजनौर जनपद की ओर से प्रवेशद्वार भी है। 2014 के सामान्य चुनावों में लोकसभा क्षेत्र का व्यय प्रेक्षक रहते दो-तीन बार और पश्चात में एक सहकर्मी की बारात में सम्मिलित होकर कोटद्वार जाना हुआ था। सामान्य रूप से देखने में व्यवस्थित, साफसुथरा नगर प्रतीत हुआ था। कोटद्वार से इतना ही परिचय था।
पुस्तक के लेखक प्रिय पराग डिमरी जी के माध्यम से फेसबुक पर कोटद्वार को जितना पढ़ते थे पुस्तक उसका ही विस्तार है। कोटद्वार नगर और 90 के दशक से पूर्व के किसी भी उत्तर भारतीय नगर से किसी भी प्रकार जुड़ाव रखने वाले तथा और ऐसे नगरों व तत्कालीन समय मे ऐसे नगरों को समझने का प्रयास करने वाले लोगों के लिये पठनीय व सङ्ग्रहणीय पुस्तक के रूप में मैं “कोटद्वार, दिल लिखता भी है” को क्रय करने, पढ़ने व सङ्ग्रह करने व अन्य लोगों को प्रोत्साहित करने की अनुशंसा करता हूँ।
Rated 5 out of 5
Raj Sharma (verified owner)–
अच्छी किताब है। बीते समय की यादों को ताजा कर देती है। अच्छा एवं प्रशंसनीय प्रयास है।
Pramod Barthwal (verified owner) –
लेखक पराग डिमरी को पुस्तक कोटद्वार के लिये बहुत बहुत बधाई ओर शुभ कामनाएं, पराग बचपन से ही हाजिर जवाबी में माहिर था । पुस्तक पढने के बाद कुछ समय ऐसा लगा कि मैं 30 साल पीछे चला गया। पुस्तक में संगृहीत बिंदुओं इनटर नैशनल बराती,,, खटमल की चाट,,, तोता राम की चाट,,,, शोभा के पिता जी की चाट, कोटद्वार की पहेली मधुशाला,, ओर अपने कालेज के प्रिय अघ्यापक के उप नाम जैसे भालू भाई,,, अग्रवाल मोटा आदि,, पढ कर पुरानी यादों में चले गए,, पराग डिमरी को एक बार फिर दिल से बहुत बहुत बधाई
Neeraj Singh (verified owner) –
baut hi achi kitab likhi hai parag dimri ji n sach m kotdwar m dil dikhta hai thanks to parag ji for writing this wonderful story..
Archana Kala (verified owner) –
समय पर डिलिवरी, और अच्छी पैकेजिंग के साथ पुस्तक प्राप्त हुई
Atul Sharma (verified owner) –
Good book
Durgesh Bansal (verified owner) –
कोटद्वार के बारे में शानदार लिखा है पढ़कर ऐसा लगता है कि आप भी लेखक कि साथ कोटद्वार यात्रा पर है । बधाई पराग जी इतनी शानदार किताब लिखने के लिये।इसको पढ़कर ऐसा लगा कि हम भी कहीं न कहीं इससे जुड़े हुए हैं
Amit Singh (verified owner) –
कोटद्वार वर्तमान में उत्तराखंड राज्य के पौड़ी गढ़वाल जनपद का मैदानी क्षेत्र का एकमात्र व जनपद का सबसे बड़ा नगर है। कोटद्वार एक प्रमुख औद्योगिक व व्यवसायिक नगर होने के साथ गढ़देश (गढ़वाल) का बिजनौर जनपद की ओर से प्रवेशद्वार भी है। 2014 के सामान्य चुनावों में लोकसभा क्षेत्र का व्यय प्रेक्षक रहते दो-तीन बार और पश्चात में एक सहकर्मी की बारात में सम्मिलित होकर कोटद्वार जाना हुआ था। सामान्य रूप से देखने में व्यवस्थित, साफसुथरा नगर प्रतीत हुआ था। कोटद्वार से इतना ही परिचय था।
पुस्तक के लेखक प्रिय पराग डिमरी जी के माध्यम से फेसबुक पर कोटद्वार को जितना पढ़ते थे पुस्तक उसका ही विस्तार है। कोटद्वार नगर और 90 के दशक से पूर्व के किसी भी उत्तर भारतीय नगर से किसी भी प्रकार जुड़ाव रखने वाले तथा और ऐसे नगरों व तत्कालीन समय मे ऐसे नगरों को समझने का प्रयास करने वाले लोगों के लिये पठनीय व सङ्ग्रहणीय पुस्तक के रूप में मैं “कोटद्वार, दिल लिखता भी है” को क्रय करने, पढ़ने व सङ्ग्रह करने व अन्य लोगों को प्रोत्साहित करने की अनुशंसा करता हूँ।
Raj Sharma (verified owner) –
अच्छी किताब है। बीते समय की यादों को ताजा कर देती है। अच्छा एवं प्रशंसनीय प्रयास है।