Betal Aur Shahzadi | बेताल और शहज़ादी – शहजादी शबनम महल से भागी अपनी शादी से बचने के लिए और फँस गयी जादू और तंत्र-मंत्र की ऐसी दुनिया में जिससे उसका जीते जी निकलना मुश्किल था। एक तांत्रिक के हाथों की कठपुतली बनकर शहजादी ने क्या-क्या कारनामे किये? क्या वह वापस अपनी दुनिया में लौट पाई? अपराध कथा लेखन के शहंशाह सुरेन्द्र मोहन पाठक द्वारा लिखा गया यह बाल उपन्यास ‘बेताल और शहजादी’ पाठकों को कल्पना की एक अनोखी दुनिया में लेकर जाता है, जहाँ मायावी शक्तियों के जाल में फँसी है शहजादी शबनम और उस जाल को तोड़ कर शहजादी को वापस अपनी दुनिया में ले जाने के लिए कृतसंकल्प है उसका मित्र अनिल।
Abhishek Singh Rajawat –
साहित्य विमर्श को साधुवाद इतनी पुरानी संग्रह योग्य पुस्तक दुबारा उपलब्ध करवाने के लिए…
Raj Sharma (verified owner) –
बेकार की किताब है। वेस्टेज आफ द मनी। पाठक जी जैसे लेखकों से ऐसी पुस्तक की उम्मीँद नहीं थी। वापस करना चाहता हूं।