सुधीर मौर्य का जन्म उत्तर प्रदेश के औद्योगिक एवं साहित्यिक शहर कानपुर में हुआ।
आपकी शिक्षा कानपुर एवं लखनऊ में हुई। आज कल आप मुंबई में एक निजी कंपनी में प्रबंधक के तौर पर कार्यरत हैं। बचपन से ही इन्हें पढ़ने और लिखने का शौक रहा। अपने इसी शौक के चलते हैं सुधीर मौर्य ने कहानियाँ और उपन्यास लिखने आरंभ किये। उनकी कुछ प्रमुख कृतियाँ ये हैं-हो ना हो (काव्य संग्रह), अधूरे पंख, कर्ज और अन्य कहानियाँ, एंजेल जिया, एक बेबाक लड़की (सभी कहानी संग्रह), एक गली कानपुर की, अमलतास के फूल, अरीबा, स्वीट सिक्सटीन, माय लास्ट अफेयर, वर्जित, मन्नत का तारा,संकटा प्रसाद के किस्से (सभी उपन्यास), देवलदेवी,हम्मीर हठ, इंद्रप्रिया (सभी ऐतिहासिक उपन्यास)
पहला शूद्र, बली का राज आए, रावण वध के बाद, मणिकपाला महासम्मत (सभी पौराणिक उपन्यास)
इसके अतिरिक्त सुधीर मौर्य की कहानियों कविताओं का प्रकाशन विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में हुआ है।
