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Bhojpuriyat ke thati | भोजपुरियत के थाती -भारत के 8वां आ दुनिया के 33 वां सबसे बड़ भाषा भोजपुरी आ ओकरा संस्कृति के बारे में ‘भोजपुरियत के थाती’ किताब बहुत सहज ढंग से बता रहल बिया। कवनो इलाका के संस्कृति सबसे बेसी ओह क्षेत्र के भाषा आ साहित्य में रहेले।
प्रमोद कुमार तिवारी भोजपुरियत प अलग से बात करे के जगही पऽ कुछ अइसन लोग के चर्चा कइले बाड़े जिनका के छोड़ के भोजपुरी के बात पूरा ना हो सके।
गोरखनाथ, कबीर से ले के भिखारी ठाकुर आ शैलेन्द्र तक के रचना प्रक्रिया के समेटेवाली ई किताब भोजपुरी माटी आ भोजपुरियत के समझे में बहुत मददगार साबित होखी, एह बात के पूरा विश्वास बा।
भोजपुरिया समाज अगर नेपाल के तराई से ले के छतीसगढ़ तक मारीशस से ले के सूरीनाम तक अतना बड़ इलाका में फइलल फूलल तऽ एकरा पाछे कुछ खास कारण रहल बा जवना के संकेत एह किताब में मिल रहल बा।
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