बाल मनोविज्ञान और बाल पाठकों को समर्पित एक बेहतरीन किताब !
शुक्रिया मनु दा, साहित्य जगत आपका यह योगदान बहुत मायने रखता है |
Rated 5 out of 5
LAXMI NAITHANI (verified owner)–
मैं अपने स्कूल के लिए किताब खरीदती रहती हूँ। खुद भी पढ़ती हूँ। मनोहर चमोली शिक्षक हैं। उनका छोटे बच्चों के लिए किया गया काम सराहनीय है। उनकी कई किताबें हमारे स्कूल में हैं। बच्चों को यह नई किताब कैसी लगी? उनकी लिखित प्रतिक्रियाएं भी भेजूंगी। धन्यवाद।
Rated 4 out of 5
Gaurav Kumar Nigam (verified owner)–
Good collection of short stories. A different kind of storytelling.
Rated 5 out of 5
Ruchi Bahuguna (verified owner)–
पुस्तक प्राप्त हुई शुक्रिया मनोहर चमोली मनु जी ।
प्राप्ति और प्रियम पढ़ लें फिर उनकी बात आप तक पहुंचाती हूँ 😊
”अपने उत्तराखंड राज्य के पौड़ी के रहने वाले मनोहर चमोली मनु जी द्वारा लिखित कहानियां का संग्रह कथा किलकारी है । जिसमें कहानी है 1-एक और एक ग्यारह-2-उग आए पेड़ ,3-आ गयी नींद ,4-बड़ा हुआ छोटा,5- भागा शेर ,6-ऊंचा कौन , 7- पंछी हुए फुर्र ,8-नहीं चाहिए गुलेल ;9 -बदल गया नजरिया ;10- स्कूल बैग में कबाड़ , 11- ड्राइंग और जुनैरा , 12-छोटे भी हैं बड़े , 13-ठीक हो जाएगा मिट्ठू ?, 14 – जारी है सीखना ,15 -ऐसे बचाया । कहानियों का संग्रह ‘कथा किलकारी’ के रूप में बहुत अच्छे एवं रोचक ढ़ंग से किया हैं। संग्रह में परम्परागत शैली से अलग बच्चों के लिए प्यारी, लाभकारी और शिक्षाप्रद कहानियां है।”
Rated 5 out of 5
Rameshwari Nadan (verified owner)–
“पाँच मार्च को मेरी कीमो थेरेपी होनी थी। लेकिन डॉक्टर ने कुछ जांचें लिख दी। कीमो रुक जाने की वजह से मुझे समय मिल गया। तो, सोचा कुछ पढ़ लिया जाए। कई पुस्तकें पढ़े जाने के इंतज़ार में है। मेरी स्टडी टेबल में कई किताबों के बीच एक खूबसूरत आवरण लिए हुए मित्र मनोहर चमोली ‘मनु’ जी की बाल कहानी पुस्तक ‘कथा किलकारी’ ने मुझे आकर्षित किया। बस! फिर क्या था? मैंने कथा किलकारी को चुन लिया। एक ही सिटिंग में पूरी किताब पढ़ ली। बालमन के अनुरूप ही हर कहानी बुनी गई है। पशु-पक्षियों के संवाद द्वारा सुंदर संदेश देती हुई कहानियाँ बच्चों को लुभाने में पूरी तरह सक्षम है। कहानियों में संदेश छुपा हुआ है। यह अच्छी बात है। ‘ऊँचा कौन’ कहानी द्वारा बच्चों को घमंड न करने की सुंदर बात सहजता से आई है। ‘पंछी हुए फुर’ कहानी में किस तरह मुसीबत में धैर्य रखना चाहिए और अपने विवेक से कार्य करना चाहिए आया है। यह कहानी रोमांच से भरी हुई लगी। ‘बदल गया नजरिया’,‘स्कूल बैग में कबाड’़ आदि कहानियाँ शिक्षापरक कहानियाँ है और जो आज के बच्चों और अभिवावको को पसंद आएगी। इन्हें यथार्थ की कहानी कहना उचित होगा। कहानियाँ सरल भाषा में लिखी गई हैं। बच्चों के बीच अपनी छाप छोड़ने में पूरी तरह से सक्षम हैं। एक बेहतरीन बाल पुस्तक पढ़कर मुझे सुकून पहुँचा है। बच्चों के लिए लिखा जाना चाहिए जिससे हमारी आने वाली पीढ़ी साहित्य से जुड़ी रहे। कथा किलकारी के लिए मेरी ओर से हार्दिक शुभकामनायें।” 🙏-डॉ॰ रामेश्वरी ‘नादान’
कथा किलकारी मनोहर चमोली की 15 बाल कहानियों का संग्रह है। कहानियाँ अलग-अलग परिवेश को दर्शाती हैं । कहानियाँ सीधी, सरल और रोचक भाषा में लिखी गई हैं। इन्हें आसानी से बाँचा भी जा सकता है । बच्चों का जीवन और उनकी आवाजें ही कहानियों में हैं। कहानियाँ बाल पाठकों का भरपूर मनोरंजन करती हैं। कहानियों में जीवन से जुड़े अनुभव भी हैं।
बाल साहित्य में जाने-पहचाने कहानीकार मनोहर चमोली ‘मनु’ पेशे से अध्यापक हैं। उन्होंने पत्रकारिता और विधि की पढ़ाई की है। फिलहाल, उत्तराखंड के पौड़ी गहवाल में रहते हैं। वह प्रखर आलोचना के लिंए मशहूर हैं। कई किताबें आ चुकी हैं। उनकी रचनाओं का बीस से अधिक भाषाओं में अनुवाद हो चुका है। ‘जीवन में बचपन’, ‘अंतिरक्ष से आगे बचपन’, ‘कहानियाँ बाल मन की’ नामक कहानियों के संग्रह चर्चित रहे हैं।
Vivek Soni (verified owner) –
बाल मनोविज्ञान और बाल पाठकों को समर्पित एक बेहतरीन किताब !
शुक्रिया मनु दा, साहित्य जगत आपका यह योगदान बहुत मायने रखता है |
LAXMI NAITHANI (verified owner) –
मैं अपने स्कूल के लिए किताब खरीदती रहती हूँ। खुद भी पढ़ती हूँ। मनोहर चमोली शिक्षक हैं। उनका छोटे बच्चों के लिए किया गया काम सराहनीय है। उनकी कई किताबें हमारे स्कूल में हैं। बच्चों को यह नई किताब कैसी लगी? उनकी लिखित प्रतिक्रियाएं भी भेजूंगी। धन्यवाद।
Gaurav Kumar Nigam (verified owner) –
Good collection of short stories. A different kind of storytelling.
Ruchi Bahuguna (verified owner) –
पुस्तक प्राप्त हुई शुक्रिया मनोहर चमोली मनु जी ।
प्राप्ति और प्रियम पढ़ लें फिर उनकी बात आप तक पहुंचाती हूँ 😊
Jamun SUBHASH CHANDRA. c/o Ram Mahesh Verma (verified owner) –
”अपने उत्तराखंड राज्य के पौड़ी के रहने वाले मनोहर चमोली मनु जी द्वारा लिखित कहानियां का संग्रह कथा किलकारी है । जिसमें कहानी है 1-एक और एक ग्यारह-2-उग आए पेड़ ,3-आ गयी नींद ,4-बड़ा हुआ छोटा,5- भागा शेर ,6-ऊंचा कौन , 7- पंछी हुए फुर्र ,8-नहीं चाहिए गुलेल ;9 -बदल गया नजरिया ;10- स्कूल बैग में कबाड़ , 11- ड्राइंग और जुनैरा , 12-छोटे भी हैं बड़े , 13-ठीक हो जाएगा मिट्ठू ?, 14 – जारी है सीखना ,15 -ऐसे बचाया । कहानियों का संग्रह ‘कथा किलकारी’ के रूप में बहुत अच्छे एवं रोचक ढ़ंग से किया हैं। संग्रह में परम्परागत शैली से अलग बच्चों के लिए प्यारी, लाभकारी और शिक्षाप्रद कहानियां है।”
Rameshwari Nadan (verified owner) –
“पाँच मार्च को मेरी कीमो थेरेपी होनी थी। लेकिन डॉक्टर ने कुछ जांचें लिख दी। कीमो रुक जाने की वजह से मुझे समय मिल गया। तो, सोचा कुछ पढ़ लिया जाए। कई पुस्तकें पढ़े जाने के इंतज़ार में है। मेरी स्टडी टेबल में कई किताबों के बीच एक खूबसूरत आवरण लिए हुए मित्र मनोहर चमोली ‘मनु’ जी की बाल कहानी पुस्तक ‘कथा किलकारी’ ने मुझे आकर्षित किया। बस! फिर क्या था? मैंने कथा किलकारी को चुन लिया। एक ही सिटिंग में पूरी किताब पढ़ ली। बालमन के अनुरूप ही हर कहानी बुनी गई है। पशु-पक्षियों के संवाद द्वारा सुंदर संदेश देती हुई कहानियाँ बच्चों को लुभाने में पूरी तरह सक्षम है। कहानियों में संदेश छुपा हुआ है। यह अच्छी बात है। ‘ऊँचा कौन’ कहानी द्वारा बच्चों को घमंड न करने की सुंदर बात सहजता से आई है। ‘पंछी हुए फुर’ कहानी में किस तरह मुसीबत में धैर्य रखना चाहिए और अपने विवेक से कार्य करना चाहिए आया है। यह कहानी रोमांच से भरी हुई लगी। ‘बदल गया नजरिया’,‘स्कूल बैग में कबाड’़ आदि कहानियाँ शिक्षापरक कहानियाँ है और जो आज के बच्चों और अभिवावको को पसंद आएगी। इन्हें यथार्थ की कहानी कहना उचित होगा। कहानियाँ सरल भाषा में लिखी गई हैं। बच्चों के बीच अपनी छाप छोड़ने में पूरी तरह से सक्षम हैं। एक बेहतरीन बाल पुस्तक पढ़कर मुझे सुकून पहुँचा है। बच्चों के लिए लिखा जाना चाहिए जिससे हमारी आने वाली पीढ़ी साहित्य से जुड़ी रहे। कथा किलकारी के लिए मेरी ओर से हार्दिक शुभकामनायें।” 🙏-डॉ॰ रामेश्वरी ‘नादान’