
साहित्य विमर्श प्रकाशन
₹149
Estimated Dispatch: Nov 15, 2025 – Nov 18, 2025

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गर्मियों की छुट्टियाँ शुरू हो चुकी थीं। राहुल और जयति का मन इन छुट्टियों में कुछ रोमांचक करने का था। उनका साथ देने के लिए उनके फुफेरे भाई करन और रोहित भी उनके पास आ चुके थे।
तभी इन चारों को पता चला कि उनके पड़ोस में रहने वाले एक वृद्ध दंपति किसी परेशानी में घिरे हैं। घर के बड़ों को भी समझ नहीं आ रहा था कि वो कैसे इस परेशानी से उस दंपति को उभारें। ऐसे में इन बच्चों ने दंपति की परेशानी हल करने की ठानी।
आखिर वृद्ध दंपति किस परेशानी में थे?
बच्चों ने इस परेशानी से उन्हें उभारने के लिए क्या योजना बनायी?
क्या उनकी योजना सफल हुई?
| Weight | 150 g |
|---|---|
| Dimensions | 20 × 15 × 2 cm |
Khel Khel Mein
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