
साहित्य विमर्श प्रकाशन
Original price was: ₹199.₹169Current price is: ₹169. (-15%)
Estimated Dispatch: Jul 21, 2025 – Jul 23, 2025
₹199 Original price was: ₹199.₹169Current price is: ₹169. (-15%)
Jadugarni -अनुपमा अपने नाम को सार्थक करती थी। उसकी कोई उपमा नहीं थी। उसके बारे में सिर्फ ये कह देना काफी नहीं था कि वो इंतहाई खूबसूरत थी। वो मोनालिसा थी, क्लोपेट्रा थी, वीनस थी। वो जादूगरनी थी। वो किसी को तोता बनाकर पिंजरे में बंद कर सकती थी। मक्खी बना कर दीवार से चिपका सकती थी। अनुपम सौन्दर्य की मालकिन अनुपमा। जब इस अनुपम सौन्दर्य की जुगलबंदी उसके खतरनाक दिमाग से हुई तो जैसे कहर बरपा हो गया। क्या कोई उसके जादू से बच पाया? ‘सुनील सीरीज’ का यादगार उपन्यास! सुरेन्द्र मोहन पाठक की करिश्माई लेखनी पूरे जलाल पर। साहित्य विमर्श प्रकाशन की गौरवशाली प्रस्तुति।
Weight | 230 g |
---|---|
Dimensions | 14 × 2 × 21 cm |
Sam –
Maine haal men hi Surender Pathak kee kitaben padhni shuru kee hain. Jadoogarni ko padhne ke liye bhi mangwaya. Ek behtareen rachna lagi Lekhak kee. Reporter sunil kumar kee shaandar chhaanbeen aur anupama ke bichhaaye jaal ne is upanyaas ko yaadgaar bana diya hai. Must read for everyone’s.
Jagdeep Rawat –
आज के OTT के जमाने में भी ये उपन्यास एक बेहतरीन मनोरंजन का साधन बना हुआ है। पहले तो था ही। शब्दो से जिस्म में जो सिहरन पैदा हो सकती है वो इसे पढ़ कर आप जान सकते है। मोबाइल उठाना भूल जाएंगे एक बार इसे पढ़ना शुरू किया तो।
Usha Book Center (verified owner) –
good
Nitin Bansode Bansode (verified owner) –