किताब के बारे में
Royal Bengal Rahasya | रॉयल बंगाल रहस्य
महान फ़िल्मकार और अनूठे लेखक सत्यजित राय द्वारा रचित लोकप्रिय जासूस किरदार फेलूदा के सर्वाधिक प्रशेसित कारनामों में शुमार है। अमूमन शहरी परिवेश के रहस्यों को उजागर करते नजर आने वाले फेलूदा इस उपन्यास में एक निपट ग्रामीण इलाके में पहुँच जाते हैं, जहाँ आदमखोर बाघ की गुत्थी सुलझाने के लिए उन्हें जंगल में भी जाना पड़ता है। वहाँ बाघ तो मिलता है, पर वह आदमखोर नहीं होता। इसके साथ ही वहाँ एक ऐसा राज भी उजागर होता है, जिसका अनुमान फेलूदा को कतई नहीं था। और तब स्पष्ट होता है कि जानवरों के मिजाज को समझना उतना मुश्किल नहीं है, जितना इनसानों का! अपने रहस्य-रोमांच में आखिरी पंक्ति तक बाँधे रखने वाला उपन्यास!
‘रॉयल बंगाल रहस्य’ के लेखक सत्यजित राय का विशेषकर किशोरों के लिए लिखे गये साहित्य के क्षेत्र में न केवल भारत और उनकी मूल भाषा बांग्ला में बल्कि पूरी दुनिया में विशेष स्थान है। • ‘रॉयल बंगाल रहस्य’ के लेखक भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारतरत्न’ के और फ़िल्म जगत का नोबेल पुरस्कार समझे जाने वाले ‘विशेष ऑस्कर’ से सम्मानित हैं। ऐसे सर्वमान्य रचनाकार की पुस्तकें होकर स्कूल और व्यक्तिगत संग्रह में होनी ही चाहिए। • रहस्य-रोमांच से भरा ‘रायल बंगाल रहस्य’ जबरदस्त कुतूहल पैदा करता है, स्वस्थ मनोरंजन करता है और भारतीय सभ्यता-संस्कृति के एक विशिष्ट पक्ष के बारे में पाठक का ज्ञान भी बढ़ाता है। • ‘रायल बंगाल रहस्य’ की रोमांचक कहानी बंगाल के सुदूर ग्रामीण अंचल के एक कुलीन परिवार के बहाने गुजरे दौर के रईस सामंतों के रहन-सहन के साथ-साथ वहाँ के वन क्षेत्र की विशेषताओं से भी परिचित कराती हैं।
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