2 reviews for Sharten Laagoo (Terms And Conditions Apply)
Rated 5 out of 5
Abhishek Singh Rajawat –
अगर किसी उपन्यास को लेकर कोई फिल्म बन रही है तो वो अच्छा है, इस कथन से मन इत्तेफाक नहीं रखता, लेकिन ये लाख के उपर बिक चुकी कही जाने वाली किताब अगर आप दुबारा या तिबारा भी पढेगे तो आपको उतनी ही मनोरंजक लगेगी जितनी पहली बार में लगी थी.| अब ये बनारस का जादू है या शब्दों का ये तो आपको खुद पता लगाना पड़ेगा
Rated 5 out of 5
sharmaanuja5767 –
बनारस टॉकीज न सिर्फ बनारस की कहानी है बल्कि लॉ स्कूल के छात्रों की दोस्ती, मस्ती और अठखेलियों का भी सटीक चित्रण है। आप कभी बनारस न भी गए हों तब भी कहानी पढ़ते पढ़ते बनारस आपको अपना लगने लगता है। कहानी में पात्रों की संवेदनाओं के जीवंत चित्र उकेरे गए हैं। भाषा प्रवाह उल्लेखनीय है। अगर आप अपने कॉलेज के दिनों को एक बार फिर जी लेना चाहते हैं तो ज़रूर पढ़िए।
Sharten Laagoo (Terms And Conditions Apply) – आप कह सकते हैं कि ‘शर्तें लागू’ नई वाली हिंदी की पहली किताब है। इस किताब में आपके स्कूल में पढ़ने वाली वह लड़की है जिसके बारे में सब बातें बनाते थे। मोहल्ले के वह भइया हैं जो कुछ भी हो जाता था तो कहते थे टेंशन मत लो यार सब सही हो जाएगा। वे अंकल हैं जो कभी आपसे ख़ुश नही होते। ऐसे समझ लीजिए जैसे किसी ने आपकी डायरी लिख दी हो जिसमें कुछ सच हैं, कुछ यादें हैं, पहला प्यार है और आपकी कुछ ऐसी बातें जो केवल आपको ही पता हैं। इस किताब में शामिल सभी 14 कहानियाँ आपके आसपास की ही कहानियाँ हैं।
Abhishek Singh Rajawat –
अगर किसी उपन्यास को लेकर कोई फिल्म बन रही है तो वो अच्छा है, इस कथन से मन इत्तेफाक नहीं रखता, लेकिन ये लाख के उपर बिक चुकी कही जाने वाली किताब अगर आप दुबारा या तिबारा भी पढेगे तो आपको उतनी ही मनोरंजक लगेगी जितनी पहली बार में लगी थी.| अब ये बनारस का जादू है या शब्दों का ये तो आपको खुद पता लगाना पड़ेगा
sharmaanuja5767 –
बनारस टॉकीज न सिर्फ बनारस की कहानी है बल्कि लॉ स्कूल के छात्रों की दोस्ती, मस्ती और अठखेलियों का भी सटीक चित्रण है। आप कभी बनारस न भी गए हों तब भी कहानी पढ़ते पढ़ते बनारस आपको अपना लगने लगता है। कहानी में पात्रों की संवेदनाओं के जीवंत चित्र उकेरे गए हैं। भाषा प्रवाह उल्लेखनीय है। अगर आप अपने कॉलेज के दिनों को एक बार फिर जी लेना चाहते हैं तो ज़रूर पढ़िए।